Sadhan Panchakam | साधनपञ्चकम्
“साधनपञ्चकम् आदिशंकराचार्य द्वारा रचित पाँच श्लोकों का अद्वितीय संग्रह है, जो दैनिक साधना, वैराग्य, आत्मचिंतन और मोक्षमार्ग का सरल मार्गदर्शन देता है। यहां संस्कृत श्लोकों के साथ हिन्दी तथा English Meaning प्रस्तुत हैं।”
।। साधनपञ्चकम् ।। आदि शंकराचार्य रचित
✨ पद्य 1
संस्कृत श्लोक
वेदो नित्यमधीयतां तदुदितं कर्म स्वनुष्ठीयतां
तेनेशस्य विधीयतामपचितिः काम्ये मतिस्त्यज्यताम् ।
पापौघः परिधूयतां भवसुखे दोषोऽनुसन्धीयतां
आत्मेच्छा व्यवसीयतां निजगृहात्तूर्णं विनिर्गम्यताम् ॥ १ ॥
हिन्दी अर्थ
• वेदों का नित्य अध्ययन करें।
• वेदों में बताए गए कर्मों को ठीक प्रकार से करें।
• उन कर्मों के द्वारा भगवान की पूजा-अर्चना करें।
• मन में कामनाएँ (इच्छाएँ) छोड़ दें।
• पापों को दूर करें और सांसारिक सुखों की क्षणभंगुरता को समझें।
• आत्मज्ञान की इच्छा को दृढ़ करें।
• मोह-माया रूपी गृह से शीघ्र निकलकर आत्म-विचार में लगें।
English Meaning
• Study the Vedas daily.
• Perform the duties prescribed in them.
• Offer all actions to the Lord with devotion.
• Give up desires for worldly gains.
• Purify yourself from sins and reflect on the defects of worldly pleasures.
• Strengthen the desire for Self-realization.
• Move away from worldly attachments and turn toward inner awakening.
✨ पद्य 2
संस्कृत श्लोक
सङ्गः सत्सु विधीयतां भगवतो भक्तिर्दृढा धीयतां
शान्त्यादिः परिचीयतां दृढतरं कर्माशु सन्त्यज्यताम् ।
सद्विद्वानुपसर्प्यतां प्रतिदिनं तत्पादुका सेव्यतां
ब्रह्मैकाक्षरमर्थ्यतां श्रुतिशिरोवाक्यं समाकर्ण्यताम् ॥ २ ॥
हिन्दी अर्थ
• सत्संग का आश्रय लें।
• भगवान में अटूट भक्ति बनाएं।
• शांति, करुणा व सत्गुणों का विकास करें।
• निःस्वार्थ कर्म करें और फल की चिंता छोड़ें।
• सद्गुरु के पास जाएँ और उनकी सेव करें।
• “ओम्” ब्रह्म का गम्भीर अर्थ समझने का प्रयास करें।
• उपनिषदों के वचनों को ध्यानपूर्वक सुनें।
English Meaning
• Seek the company of the wise.
• Cultivate unwavering devotion to the Lord.
• Develop virtues like peace, compassion, and purity.
• Renounce attachment to the results of actions.
• Approach a realized Guru and serve him daily.
• Meditate on the sacred syllable “Om,” the symbol of Brahman.
• Listen to the teachings of the Upanishads with reverence.
✨ पद्य 3
संस्कृत श्लोक
वाक्यार्थश्च विचार्यतां श्रुतिशिरःपक्षः समाश्रीयतां
दुस्तर्कात्सुविरम्यतां श्रुतिमतस्तर्कोऽनुसन्धीयताम् ।
ब्रह्मैवास्मि विभाव्यतामहरहर्गर्वः परित्यज्यताम्
देहेऽहम्मतिरुज्झ्यतां बुधजनैर्वादः परित्यज्यताम् ॥ ३ ॥
हिन्दी अर्थ
• शास्त्रों के अर्थ का गहराई से विचार करें।
• वेदांत के सिद्धांतों को दृढ़ता से अपनाएँ।
• कुतर्कों (निरर्थक तर्क) से दूर रहें।
• शास्त्रसम्मत तर्क का ही अनुसरण करें।
• “मैं ब्रह्म हूँ”—इसका निरंतर चिंतन करें।
• अहंकार को त्यागें।
• शरीर को ‘मैं’ न मानें।
• बुद्धिमानों के साथ विवादों को छोड़ दें।
English Meaning
• Reflect deeply on scriptural meanings.
• Accept the conclusions of Vedanta wholeheartedly.
• Give up useless arguments and debates.
• Follow logical reasoning based on scriptures.
• Meditate daily on “I am Brahman.”
• Abandon ego completely.
• Stop identifying yourself with the body.
• Avoid arguments with learned people.
✨ पद्य 4
संस्कृत श्लोक
क्षुद्व्याधिश्च चिकित्स्यतां प्रतिदिनं भिक्षौषधं भुज्यतां
स्वाद्वन्नं न तु याच्यतां विधिवशात्प्राप्तेन सन्तुष्यताम् ।
शीतोष्णादि विषह्यतां न तु वृथा वाक्यं समुच्चार्यतां
मौदासीन्यमभीप्स्यतां जनकृपा नैष्ठुर्यमुत्सृज्यताम् ॥ ४ ॥
हिन्दी अर्थ
• भूख आदि शारीरिक रोगों का उपचार करें।
• जितना सरल भोजन मिले, उसे प्रसाद समझकर ग्रहण करें।
• स्वादिष्ट भोजन की लालसा न करें।
• जो मिलता है, उसी में संतुष्ट रहें।
• गर्मी-सर्दी जैसे द्वंद्वों को सहन करें।
• व्यर्थ बातें न करें।
• मन में उदासीनता (वैराग्य) को बढ़ाएं।
• सबके प्रति दया रखें, कठोरता (क्रूरता) छोड़ें।
English Meaning
• Cure physical ailments like hunger properly.
• Accept simple food as divine medicine.
• Do not crave delicious food.
• Be content with whatever comes naturally.
• Endure heat, cold, and other dualities of life.
• Avoid unnecessary speech.
• Cultivate detachment and equanimity.
• Show compassion and avoid harshness towards others.
✨ पद्य 5
संस्कृत श्लोक
एकान्ते सुखमास्यतां परतरे चेतः समाधीयतां
पूर्णात्मा सुसमीक्ष्यतां जगदिदं तद्वाधितं दृश्यताम् ।
प्राक्कर्म प्रविलाप्यतां चितिबलान्नाप्युत्तरैः श्लिष्यतां
प्रारब्धं त्विह भुज्यतामथ परब्रह्मात्मना स्थीयताम् ॥ ५ ॥
हिन्दी अर्थ
• एकांत में बैठकर आनंद अनुभव करें।
• मन को परमात्मा में स्थिर करें।
• आत्मा को पूर्ण और सर्वव्यापक समझें।
• संसार को मायिक और परमात्मा से पूर्ण रूप से ओतप्रोत समझें।
• पिछले कर्मों का नाश करें और नए बंधन पैदा न करें।
• प्रारब्ध कर्मों को शांतिपूर्वक भोगें।
• अंत में परब्रह्म रूप में स्थिर हो जाएँ।
English Meaning
• Sit in solitude and enjoy inner peace.
• Absorb your mind in the Supreme Reality.
• Realize the Self as complete and infinite.
• See this world as an expression of Brahman.
• Dissolve past karmas and avoid creating new ones.
• Accept and experience your prarabdha calmly.
• Abide firmly in the state of Supreme Brahman.
✨ समापन श्लोक (फलश्रुति)
संस्कृत
यः श्लोकपञ्चकमिदं पठते मनुष्यः
सञ्चिन्तयत्यनुदिनं स्थिरतामुपेत्य ।
तस्याशु संसृतिदवानलतीव्रघोर-
तापः प्रशान्तिमुपयाति चितिप्रसादात् ॥ ६ ॥
हिन्दी अर्थ
जो मनुष्य प्रतिदिन इस साधनपञ्चकम का पाठ और मनन करता है,
वह जीवन की भयंकर संसार-ताप से शीघ्र मुक्त होकर
आत्मिक शांति प्राप्त करता है।
English Meaning
Whoever recites and reflects upon this Sadhan Panchakam daily
attains inner stability, and through divine grace
becomes free from the burning miseries of worldly existence.
FAQs for Sadhan Panchakam
1. साधनपञ्चकम् किसने लिखा है?
साधनपञ्चकम् आदि शंकराचार्य द्वारा रचित है, जो अद्वैत वेदांत के महान आचार्य थे।
2. साधनपञ्चकम् में क्या बताया गया है?
इसमें आध्यात्मिक साधना, मनोनिग्रह, शांति, वैराग्य, भक्ति और मोक्ष के उपदेश दिए गए हैं — कुल 40 व्यवहारिक निर्देश।
3. साधना पंचकम पढ़ने से क्या लाभ होता है?
यह मन को स्थिर करता है, जीवन में अनुशासन लाता है, भक्ति व ज्ञान का संयोग कराता है और आत्मोन्नति का मार्ग दिखाता है।
4. क्या साधन पंचकम् नित्य पढ़ा जा सकता है?
हाँ, विशेष रूप से सुबह या रात में मन शांत होने पर पढ़ना शुभ माना जाता है।
5. क्या साधन पंचकम कठिन है?
नहीं, यह अत्यंत सरल और व्यवहारिक उपदेशों से बना है — कोई भी समझ सकता है।
